हैवी लाइसेंस बनवा देंगे, नौ हजार रुपये लगेंगे, माहौल खराब है, शाम को आना

रटीओ के बाहर दलालों का राज है। दलाल दोपहिया ही नहीं भारी वाहन का लाइसेंस तक सीधे बनवाले का दावा करते हैं। कहते हैं कि पैसे दीजिए मोटर ट्रेनिंग स्कूल के प्रमाणपत्र से लेकर अन्य जरूरी प्रक्रियाएं सभी वह करेंगे।


लोगों का कहना है कि दफ्तर में सीधे जाओ तो इतने चक्कर लगवाए जाएंगे कि आप थककर लाइसेंस की आस ही छोड़ दो। ऐसे में दलालों के पास जाते हैं। बृहस्पतिवार को अमर उजाला के संवाददाता ने आरटीओ के बाहर एक दुकान पर दलाल से हैवी लाइसेंस बनवाने के लिए बात की। उसने नौ हजार रुपये में
भारी वाहन का लाइसेंस बनवाने का दावा किया।

नौ हजार रुपये तो कम बताए हैं आपको
संवाददाता:
 हैवी का लाइसेंस बनवाना है भाई। क्या करना होगा।
दलाल: ट्रेनिंग स्कूल से लैटर लाए हो? 
संवाददाता: ट्रेनिंग स्कूल का लैटर कहां से लाऊं?
दलाल: बहुत सारे ट्रेनिंग स्कूल खुले हुए हैं, किसी से भी ले आओ, तभी फार्म भरा जाएगा।
संवाददाता: अगर ट्रेनिंग स्कूल का लैटर नहीं हो तो बनवा दोगे?
दलाल: कहां से आए हो? 
संवाददाता: यहीं से, जैंगारा से आए हैं